मैहर जिला के कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता श्री रमापति गौतम ने अवैध स्थानीय संपदा के दोहन पर रोक लगाने की मांग

*खनिज संपदा के दोहन पर रोक लगाने की मांग*
वरिष्ठ समाजसेवी रमापति गौतम ने मैहर में खनिज संपदा के दोहन को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि आजादी के 79 साल बाद भी खनिज संपदा के दोहन का मुद्दा खनिज विभाग की निष्क्रियता के कारण अनसुलझा है। मैहर में कई कंपनियां खुलीं, जिनमें हजारों श्रमिक कार्यरत थे, लेकिन अब कई कंपनियां बंद हो चुकी हैं और उनकी लीज भी खत्म हो गई है, फिर भी खदानें खुली हुई हैं।

*मुख्य समस्याएं:*

- *खदानों में दुर्घटनाएं*: खुली खदानों में गहराई और पानी भर जाने से बच्चों और पशुओं की मृत्यु हो रही है, क्योंकि खदानों में फेंसिंग नहीं है और खनिज विभाग की गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है।
- *लीज की अनियमितता*: कंपनियों के बंद होने के बाद भी लीज चालू है, जिससे खनिज संपदा का अनियमित दोहन हो रहा है।
- *पर्यावरणीय चिंताएं*: खदानों के आसपास वृक्षारोपण नहीं किया गया है, जिससे पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।

*समाधान के लिए अपील:*

रमापति गौतम ने जिला कलेक्टर, खनिज विभाग, विधायक, सांसद और सामाजिक कार्यकर्ताओं से अपील की है कि [1]:
- *खुली खदानों को बंद किया जाए*: फेंसिंग करके खदानों को बंद किया जाए और खदानों के आसपास वृक्षारोपण किया जाए।
- *कानूनी कार्रवाई*: संबंधित लीज मालिकों के खिलाफ खनिज विभाग की गाइडलाइन का पालन न करने के लिए कानूनी कार्रवाई की जाए।
- *खनिज संपदा का संरक्षण*: अमरपाटन और रामनगर में भी खदानों का संरक्षण और संवर्धन किया जाए।

उन्होंने यह भी मांग की है कि खनिज विभाग द्वारा जिला पंचायत के माध्यम से प्राप्त राशि का प्रकाशन किया जाए ताकि लोगों को पता चले कि यह राशि कहां खर्च हो रही है 

एडिटर इन चीफ रिपब्लिक न्यूज़ नेशन आवाज जनता की

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