*खरगोन के संत सियाराम बाबा नहीं रहे, 116 साल की आयु थी बाबा की, लंबे समय से बीमार थे।*
प्रसिद्ध संत सियाराम बाबा ने आज मोक्षदा एकादशी जैसे पावन पर्व पर अपना चोला छोड़ा।
माँ नर्मदा जी के पावन तट, ग्राम तेली भट्ट्यांन पर अखंड साधना करने वाले, और अपने संपूर्ण जीवन को भगवान श्रीराम के चरणों में अर्पित करने वाले महान संत श्री सियाराम बाबा जी का आज प्रातः 6 बजे देवलोक गमन हो गया। बाबा जी ने जीवन पर्यंत रामायण जी का पाठ करते हुए समाज को धर्म, भक्ति और सदाचार का संदेश दिया। उनकी साधना, तपस्या और प्रभु के प्रति समर्पण हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। बाबा का डोला आज सायंकाल निकलेगा। खरगोन ज़िले में कसरावद के निकट माँ नर्मदा के तट पर जहाँ उन्होंने वर्षों तपस्या की उन्हें समाधि मिलेगी।